Archive for 2013




सफ़र में मुश्किले आये तो जुर्रत और बढती है कोई जब रास्ता रोके तो हिम्मत और बढती है और, मेरी कमजोरियों पर जब कोई तनकीत करता है वो दुश्मन क्यों ना हो, उससे मोहब्बत और बढती है........


इस नदी की धार से ठंडी हवा आती तो है नाव जर्जर ही सही, लहरों से टकराती तो है दुख नहीं कोई कि अब उपलब्धियों के नाम पर और कुछ हो या न हो, आकाश-सी छाती तो है ----------